पृष्ठ

रविवार, 9 जून 2013

कृषि टिप्स करें खस की खेती


खस में लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है। इसकी खेती के लिए खराब मिट्टी भी काम कर जाती है। इसके तेल की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। इसके लिए ज्यादा तेल देने वाली किस्म की नर्सरी डालनी चाहिए।
नर्सरी तैयार करने के लिए सिमवृद्धि जैसी किस्म का चयन करें। सीमैप लखनऊ से इसके पौधे भी बेहद सस्ती दर पर दिए जाते हैं। खेत की ठीक से जुताई करने के बाद प्रति एकड़ की दर से पांच कुंतल जिप्सम मिला देनी चाहिए। खेत में पौधे लगाने के दो दिन बाद पौधों की सिंचाई कर देनी चाहिए। बरसात के मौसम को छोड़कर हर 15-20 दिन में सिंचाई करते रहनी चाहिए। रोपाई के समय डीएपी, यूनिया व पोटाश आवश्क रूप से जुताई के दौरान मिला दें। इसकी खेती ज्यादा पानी वाले इलाकों में भी की जा सकती है। जल भराव वाले इलाकों में इसकी खेती करने पर इसकी जड़ों से तेल की मात्रा ज्यादा मिलती है। अच्छा तेल पाने के लिए इसकी जड़ों की खुदाई तेजी से करने वाली मशीन से करानी चाहिए। खस के तेल की बाजार में अच्छी मांग है लेकिन किसानों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसकी प्रोसेसिंग यूनिट उनसे कितनी दूरी पर है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें