मधुमक्खी पालन अच्छा कारोबार है लेकिन इसमें कई सावधानियां भी जरूरी हैं। इस समय ज्यादातर इलाकों में किसी फसल पर फूल न होने के कारण बी कीपर उन्हें चीनी खिलाकर जिंदा रखे हुए हैं। गर्मी से परेशान और खाने की तलाश में जुटी मक्खी बेहद हमला करती है। ऐसे में यदि मक्खी काटे तो सबसे पहले उसका डंक निकालना चाहिए। यदि मक्खी के काटते ही नाखूनों की मदद से डंक निकल गया तो डंक में छिपी जहर की थैली नहीं फट पाएगी और इससे उत्पन्न होने वाले दर्द से बचा जा सकेगा। डंक वाले स्थान पर चूना, साबुन एवं स्प्रिट, वैसलीन आदि लगानी चाहिए। मुंह और नाक के पास मक्खी के काटने पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसे में आमतौर पर चिकित्सक मिथाइल प्रिडिंसोलोन सोडियम सक्सीनेट जैसी कुछ दवाएं देते हैं। ऐसे में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। |
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