लहसुन को सब्जी के रूप में तो सभी खाते होंगे। यही भी जानते होंगे कि लहसुन स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है, लेकिन इसके कृषि में कीटनाशक के रूप में प्रयोग के बारे में कम लोगों को ही पता होगा। इसमें जबरदस्त कीटनाशक गुण पाए जाते हैं। साथ ही यह रोग प्रतिरोधी, लार्वा को बढ़ने से रोकने वाला, वैक्टीरियानाशक व फफूंदीनाशक होता है। यह एफिड, वर्म, वीटिल, स्नेल, फफूंदी, मिल्डय़ू व रस्ट के लिए प्रभावी है.. लहसुन का सत् निर्माण सत् बनाने के लिए 100 ग्राम लहसुन को पीसकर सौ एमएल पैराफिन लिक्विड में 40 घंटे तक मिलाकर रखें। इसमें पचास एमएल शैम्पू मिलाएं। घोल को छानकर प्लास्टिक के पात्र में रख लें। इस तैयार घोल के 15 एमएल को एक लीटर पानी में मिला लें। इस प्रकार तैयार घोल का एक एकड़ में 15 लीटर घोल को 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रयोग करना चाहिए।
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रविवार, 13 मार्च 2011
लहसुन से कृषि कीटनाशक
लहसुन को सब्जी के रूप में तो सभी खाते होंगे। यही भी जानते होंगे कि लहसुन स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है, लेकिन इसके कृषि में कीटनाशक के रूप में प्रयोग के बारे में कम लोगों को ही पता होगा। इसमें जबरदस्त कीटनाशक गुण पाए जाते हैं। साथ ही यह रोग प्रतिरोधी, लार्वा को बढ़ने से रोकने वाला, वैक्टीरियानाशक व फफूंदीनाशक होता है। यह एफिड, वर्म, वीटिल, स्नेल, फफूंदी, मिल्डय़ू व रस्ट के लिए प्रभावी है.. लहसुन का सत् निर्माण सत् बनाने के लिए 100 ग्राम लहसुन को पीसकर सौ एमएल पैराफिन लिक्विड में 40 घंटे तक मिलाकर रखें। इसमें पचास एमएल शैम्पू मिलाएं। घोल को छानकर प्लास्टिक के पात्र में रख लें। इस तैयार घोल के 15 एमएल को एक लीटर पानी में मिला लें। इस प्रकार तैयार घोल का एक एकड़ में 15 लीटर घोल को 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रयोग करना चाहिए।
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