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शनिवार, 16 अप्रैल 2011

खेती सिखाएगा कृषि सेवा रथ



प्रदेश सरकार ने हर मंडल को दिया एक रथ

एलसीडी और प्रोजेक्टर के माध्यम से देंगे कृषि ज्ञान 
रथ को चलाने से लेकर सहायक एवं वैज्ञानिक तक का पूरा इंतजाम 
फसल के तीनों सीजनों में 120 दिन करेगा भ्रमण

दिलीप कुमार यादव 
मथुरा। किसानों को घर बैठे विशेष जानकारी के लिए प्रदेश सरकार ने प्रत्येक मंडल में किसान सेवा रथ की व्यवस्था की है। इनमें एलसीडी डिस्प्ले एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से रबी, खरीफ एवं जायद सीजन की फसलों की आवश्यक जानकारी ग्रामीण अंचल में दी जाएगी। किसानों की जिज्ञासा शांत करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र का एक वैज्ञानिक भी बस के साथ जाएगा। उसे हर दिन 600 रुपए का मानदेय भी सरकार की ओर से दिया जाएगा। साल में यह रथ कम से कम 120 दिन चलेगा। कवर्ड मिनी बस को सरकार ने किसान सेवा रथ का नाम दिया है।इसमें एलसीडी डिस्प्ले एवं प्रोजेक्टर लगाए गए हैं। इनको चलाने के लिए आपरेटर को सरकार ने हर दिन 250 रुपए की व्यवस्था की है। जबकि रथ चालक को प्रतिदिन 350 रुपए मिलेंगे। आगरा मंडल का रथ पहले कृषि मंत्री चौ. लक्ष्मी नारायण के गृह जनपद मथुरा में भेजा गया है। उप कृषि निदेशक बलवीर सिंह ने बताया कि यह रथ मण्डल के हर जिले में जाएगा। साल में यह एक जनपद में अधिकतम 120 दिन चलेगा। रथ जिन गांवों में जाएगा वहां के प्रदर्शन की वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी भी करानी होगी। यह वाहन छोटे सिनेमा हाल की तरह लोगों को आकर्षित करेगा। किसानों को आकर्षित करने के लिए सरकार ने फसलवार सीडी तैयार की हैं। हर गांव में इन्हें ही प्रोजेक्टर एवं एलसीडी डिस्प्ले के माध्यम से प्रचारित प्रसारित किया जाएगा। वाहन के साथ प्रकाशित प्रचार सामग्री भी रखी जाएगी। इसे रथ के खड़े होने वाले स्थान पर आने वाले कृषकों में नि:शुल्क बांटा जाएगा। इस वाहन के साथ एक हैल्पर भी रहेगा।
इसके लिए भी सरकार ने 250 रुपए प्रतिदिन की व्यवस्था की है। प्रचार वाहन के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों को भी जाना होगा। उन्हें इसके एवज में 600 रुपए प्रतिदिन का मानदेय दिया जाएगा। इन्हें इसलिए जोड़ा गया है ताकि किसानों की यदि कोई सामयिक समस्या हो तो वह उसका समाधान कर सकें।







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