आता है महिला दिवस तभी साचें कुछ काम किया जाए।
संपूर्ण वर्ष मंे एक दिवस नारी के नाम किया जाए।।
यह पूज्यनीया है, देवी है, इसका गुणगान करेंगे हम।
प्रण करते मिलकर आज स्वयं, नारी उत्थान करेंगे हम।।
नारी का क्रय विक्रय करके खुद का पोषण करने वाले।
देंगे कितने ही अलंकार, नारी शोषण करने वाले।।
कल भले स्वयं तिरस्कार के जंगल में खो जाएगी।
पर एक दिवस के लिए सही, नारी देवी हो जाएगी।।
संपूर्ण वर्ष मंे एक दिवस नारी के नाम किया जाए।।
यह पूज्यनीया है, देवी है, इसका गुणगान करेंगे हम।
प्रण करते मिलकर आज स्वयं, नारी उत्थान करेंगे हम।।
नारी का क्रय विक्रय करके खुद का पोषण करने वाले।
देंगे कितने ही अलंकार, नारी शोषण करने वाले।।
कल भले स्वयं तिरस्कार के जंगल में खो जाएगी।
पर एक दिवस के लिए सही, नारी देवी हो जाएगी।।
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